द्वंद समास की परिभाषा
द्वंद समास की परिभाषा जिस समास में दोनों पद प्रधान होते हैं उसे द्वंद समास कहा जाता है जिस समास में दोनों पद मिलाने के लिए योजक चिन्ह -किया जाता है इस समास में अधिकतर दोनों पद एक दूसरे के विपरीत होता है।
Table of Contents
द्वंद समास के उदाहरण Dvandva Samas Examples
स्त्री-पुरुष स्त्री और पुरुष
धर्म-अर्थ धर्म और अर्थ
कन्दमूलफल कन्द और मूल और फल
हुक्का पानी हुक्का और पानी
नर-नारी नर और नारी
रुपया-पैसा रुपया और पैसा
लोटा- डोरी लोटा और डोरी
धनी-मानी धनी और मानी
दाल-भात दाल और भात
गंगा-यमुना गंगा और यमुना
पशु-पक्षी पशु और पक्षी
आटा-दाल आटा और दाल
नमक-मिर्च नमक और मिर्च
दूध-रोटी दूध और रोटी
आबोहवा आब (पानी) और हवा
गिल्ली- डण्डा गिल्ली और डण्डा
माता-पिता माता और पिता.
अन्न-जल अन्न और जल
गाय-भैंस गाय और भैंस
घी-गुड़ घी और गुड़
हरा-भरा हरा और भरा
जीव-जन्तु जीव और जन्तु
माँ-बाप माँ और बाप
राजा-रानी राजा और रानी
धर्माधर्म धर्म तथा अधर्म
जल-थल जल और थल
सत्यासत्य सत्य और असत्य
ऊँच-नीच ऊँच और नीच
उल्टा-सीधा उल्टा और सीधा
छोटा-बड़ा छोटा और बड़ा
चर-अचर चर और अचर
नील-नीले नील और नीले
राधा-कृष्ण राधा और कृष्ण
दूध-दही दूध और दही
पाणिपाद पाणि और पाद
राजा-रंक राजा और रंक
भला-बुरा भला और बुरा
शुभ-अशुभ शुभ और अशुभ
तन-मन तन और मन