Surdas Ke Guru Kaun The सूरदास के गुरु कौन थे

Surdas Ke Guru Kaun The सूरदास के गुरु कौन थे

surdas ke guru kaun the सूरदास के गुरु कौन थे सूरदास हिंदी के सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक माने जाते हैं । वह महान कृष्ण भक्त कवियों में से एक थे उनकी रचनाओं में भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला का वर्णन मिलता है उनकी रचनाएं वात्सल्य से परिपूर्ण होती हैं । सूरदास के गुरु कौन थे यह प्रश्न अधिकतर प्रारंभिक परीक्षण तथा प्रतियोगी परीक्षा में पूछा जाता है। पढ़े  सूरदास का जीवन परिचय
सूरदास के गुरु कौन थे
सूरदास के गुरु का नाम वल्लभाचार्य था। वल्लभाचार्य एक महान भक्त दार्शनिक था वल्लभाचार्य ने हीं पुष्टीमार्ग की स्थापना की थी वल्लभाचार्य कृष्ण संप्रदाय के एक प्रमुख संत थे वल्लभाचार्य 8 वर्ष की आयु में वेद पुराण का धन कर लिया था 11 वर्ष की आयु में जगन्नाथपुरी में अनेक ऋषियों को शास्त्रार्थ में पराजित किया था वल्लभाचार्य ने विजयनगर में कृष्णदेव राय की सभा में वैष्णो तथा शैवों के साथ शास्त्रार्थ में विजय प्राप्त की थी वल्लभाचार्य के 84 शिष्य थे। जिसमें से कुम्भनदास , सूरदास , परमानंददास और कृष्णदास प्रमुख थे । अवश्य पढ़ें वल्लभाचार्य के बारे में

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