Biography of Dhirubhai Ambani धीरूभाई अंबानी की जीवनी
पुरा नाम Full Name धीरजलाल हीराचंद अंबानी
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जन्म तारीख Date of Birth 28 दिसम्बर 1932
जन्म स्थान Place of Birth जूनागढ़,गुजरात
मृत्यु Death 6 जुलाई 2002 मुंबई, भारत
नागरिकता Nationality भारतीय
पारिवारिक जानकारी Family Information
पिता का नाम Father’s Name हीराचंद
माँ का नाम Mother’s Name जमना
पत्नी का नाम कोकिलाबेन
बच्चो के नाम
अनिल अंबानी
नीता कोठारी
दीप्ति सालोंकर
अन्य जानकारी Other Information
सम्मान Awards पद्म विभूषण(2016)
धीरूभाई अंबानी की जीवनी
प्रारंभिक जीवन
रिलायंस इंडस्ट्रीज का सपना देखने वाले धीरजलाल हीराचंद अंबानी, जिन्हें धीरूभाई अंबानी के नाम से जाना जाता है। एक भारतीय बिजनेस टाइकून थे। जिन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की थी। उनका जन्म 26 दिसंबर 1932 को भारत के गुजरात के जूनागढ़ जिले के एक गाँव चोरवाड़ में हुआ था।इनके पिता का नाम हीराचंद था ।इनके माता का नाम जमना था।इनके पिता एक छोटे से स्कूल में टीचर थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई बहादुर कांजी स्कूल से की।धीरूभाई अंबानी केवल हाईस्कूल तक पढ़ाई की। परिवार की आर्थिक तंगी को देखते हुए उन्होंने माध्यमिक विद्यालय पास करने के बाद अपनी पढ़ाई समाप्त कर दी।अपनी युवावस्था में, वह जूनागढ़ के नवाब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए और आजादी के बाद पाकिस्तान में शामिल होने की नवाब की योजनाओं के खिलाफ कई कार्रवाइयां आयोजित कीं।
रिलायंस वाणिज्यिक निगम
1948 में, वह अपने भाई रमणीकभाई के साथ ए. बेसे एंड कंपनी के लिए काम करने के लिए अदन के बंदरगाह के लिए रवाना हुए।बेस एंड कंपनी अदन में 300 रुपये में नौकरी कर ली। इस कंपनी में उनका काम था गैस भरना और पैसे जमा करना।इस कंपनी में काम करते हुए उन्होने तेल के कारोबार की अच्छी समक्ष विकसित कर ली थी। एक स्तर पर बिक्री प्रबंधक तक पदोन्नत किया गया था। उन्होने वहां पांच साल तक काम किया। उन्होंने अरबी भाषा में महारत हासिलकर कर ली । उनका वेतन बढ़कर 1,100 रुपये तक हो गया। अदन में, उनके पहले बेटे, मुकेश का जन्म 1957 में हुआ था।उन्होंने 1958 में कपड़ा बाजार में भारत में अपने खुद के व्यवसाय में हाथ आजमाने के लिए अदन छोड़ दिया। 1972 में धीरूभाई भारत आ गए। 15000.00 की पूंजी के साथ रिलायंस वाणिज्यिक निगम (Relianc Commercial Corporation) ,रिलायंस कंपनी की स्थापना की। पहले यमन से मसालों का निर्यात करते थे । बाद में सूत का आयात करते थे। धीरूभाई अंबानी मुकेश अंबानी को एक प्लास्टर फैक्ट्री का प्रभार दिया।
धीरूभाई अंबानी की मृत्यु
धीरूभाई अंबानी को 24 जून, 2002 को एक आघात पड़ा। 8 जुलाई को मुंबई में उनका निधन हो गया ।
उनके सम्मान में 2002 में एक डाक टिकट भी जारी किया गया था।