
शोधकर्ताओं ने नया केमिकल कंपाउंड बनाने में सफलता पाई है। शोध का नेतृत्व कर रहे प्रोफेसर स्पेंसर नैप ने बताया कि नए कंपाउंड को एसजे-733 का नाम दिया गया है। नया रासायनिक मिश्रण मलेरिया परजीवी के विकास में सहायक प्रोटीन की आपूर्ति रोक देता है। इसके चलते उसका विकास अवरुद्ध हो जाता है। ऐसे में मलेरिया नहीं फैल पाता। इस दवा का इंसानों पर दो चरणों में परीक्षण किया जाएगा। पिछले साल इस बीमारी के कारण दुनिया भर 4.40 लाख लोगों की मौत हो गई थी। अफ्रीका महादेश के कई देशों में बड़े पैमाने पर लोग इस बीमारी की जद में आते हैं। अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश वर्षो पहले मलेरिया मुक्त घोषित किए जा चुके हैं।