Table of Contents
नमस्कार दोस्तों आज इस इस आर्टिकल में हम जानेंगे Vyakaran Kise Kahate Hain व्याकरण किसे कहते हैं, व्याकरण की परिभाषा क्या है, व्याकरण क्या है, व्याकरण किसे कहते हैं, आदि के बारे में व्याकरण का अर्थ या हिंदी व्याकरण से है क्योंकि विश्व में बहुत सारी भाषा बोली जाती हैं और हर भाषा की अपनी एक व्याकरण होती है इस पोस्ट में हम पूरे प्रयास करेंगे कि आपको यह समझ में आ जाए कि व्याकरण किसे कहते हैं व्याकरण क्या है
व्याकरण किसे कहते हैं (Vyakaran Kise Kahate Hain)
व्याकरण एक भाषा विज्ञान है जो भाषाओं की संरचना, व्यवहार और उनके भाषाई तत्वों का अध्ययन करता है। व्याकरण के माध्यम से हम भाषाओं में उपयोग किए जाने वाले शब्दों, वाक्यों और भाषाई नियमों के बारे में समझ पाते हैं। व्याकरण के अध्ययन से हम भाषाओं को समझने, उन्हें सही ढंग से उपयोग करने और संवाद करने की कला का अधिक अच्छी तरह से सीखते हैं।
व्याकरण की परिभाषा
व्याकरण शब्द किन शब्दों से मिलकर बनता है वि+आ+करण, जिसका अर्थ है समझना ।व्याकरण भाषा विज्ञान की एक शाखा है जो भाषा के नियमों, संरचना और उनके उपयोग के विविध पहलुओं का अध्ययन करती है। इसके अंतर्गत, भाषा के वाक्य, शब्द, ध्वनि, वर्तनी, वाक्य रचना, समास, वचन, लिंग, कारक, संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण और अव्यय जैसे विषयों का अध्ययन किया जाता है। व्याकरण भाषा को व्याख्या करने, समझने और उसके अंदर के नियमों को समझने में मदद करता है।
व्याकरण के अंग
व्याकरण एक भाषा के नियमों और संरचना का अध्ययन है। व्याकरण के अंग निम्नलिखित होते हैं:
वर्ण वह सबसे छोटा इकाई होती है जो एक भाषा के ध्वनियों को दर्शाता है। वर्णों के अध्ययन से हम एक भाषा के ध्वनियों के समझ में मदद मिलती हैं।
जिस ध्वनि के टुकड़े नहीं किये जा सकते उसे वर्ण कहते हैं। अर्थात भाषा की सबसे छोटी इकाई को वर्ण कहते हैं।
जैसे- क्, ख्, अ, आ
वर्णमाला (Hindi Varnamala)
वर्णों या ध्वनियों के क्रमबद्ध समूह को वर्ण कहते हैं।
हिंदी वर्णमाला में 44 अक्षर होते हैं।
इन वर्णों को दो भागों में विभाजित करते
स्वर
व्यंजन
स्वर किसे कहते है
जिन वर्णों का उच्चारण करते समय किसी अन्य ध्वनि की सहायता नहीं ली जाती, उन्हें स्वर कहते हैं। अर्थात फेफड़ों से निकलने वाली वायु बिना किसी बाधा या रुकावट के सीधे मुख द्वारा बाहर निकल जाती है ।
स्वरों की संख्या 11 होती है।
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ,
व्यंजन
वह वर्ण जो स्वरों की सहायता से बोले जाते हैं व्यंजन कहलाते हैं व्यंजनों की संख्या 33 होती है।
शब्द दो या दो से अधिक वर्णों से मिलकर बनता है। शब्दों के अध्ययन से हम एक भाषा के शब्दों के समझ में मदद करते हैं।
एक या अधिक शब्दांशों से बनी सार्थक ध्वनियों का समूह शब्द कहलाते हैं।
जैसे – कमल
उत्पत्ति और स्रोत के आधार पर शब्द चार प्रकार के होते हैं।
तत्सम शब्द
तद्भव शब्द
देशज शब्द
विदेशज शब्द
वाक्य एक या एक से अधिक शब्दों का समूह होता है जो एक पूर्ण विचार को व्यक्त करता है। वाक्यों के अध्ययन से हम एक भाषा के वाक्यों के समझ में मदद करते हैं।
वर्णों के एक सार्थक समूह को या शब्दों के सार्थक समूह कहा जाता है ।
उदाहरण – अशोक स्कूल जाता है।
वाक्य के दो अंग होते हैं-
1. उद्देश्य
2. विधेय
उद्देश्य : जिसके सम्बन्ध में जो कुछ कहते हैं उद्देश्य कहलाता है अर्थात् कर्त्ता को ही उद्देश्य कहते है।
कर्त्ता कारक की जो विशेषता बताता है उसे कर्त्ता का विस्तार कहते है।
जैसे – मेरा भाई प्रशान्त धार्मिक पुस्तक अधिक पढ़ता है।
विधेय: कर्त्ता के संबंध में जो कुछ कहा जाता है वह विधेय कहलाता है
वाक्य के अंदर प्रयुक्त होने वाले शब्द को पद कहते हैं। यह वाक्य का सबसे छोटा अंग होता है।
पद के पांच भेद होते हैं
संज्ञा
सर्वनाम
विशेषण
क्रिया
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भाव या विषय के नाम को संज्ञा कहते है। उदाहरण के लिए – लड़का, किताब, दुकान, सुंदरता, स्वतंत्रता, आदि संज्ञाएं हैं।
वह शब्द जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं सर्वनाम कहलाते हैं जैसे कि मैं, तुम, वह, हम, आप, यह, वे आदि।
शब्दों के माध्यम से किसी चीज को करना या उसका बोध कराना आमतौर पर क्रिया कहलाती है।
क्रिया के प्रकार
क्रिया दो प्रकार की होती हैं
अकर्मक क्रिया
सकर्मक क्रिया
वह शब्द जो संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता बताते हैं विशेषण कहलाता है।
वाक्य संरचना: वाक्य संरचना वाक्य में शब्दों के स्थान, उनके समूह, और उनके संबंधों का अध्ययन होता है। वाक्य संरचना के अध्ययन से हम एक भाषा के वाक्यों के संरचना के समझ में मदद करते हैं।
Vyakaran Kise Kahate Hain व्याकरण किसे कहते हैं, व्याकरण की परिभाषा क्या है, व्याकरण क्या है, व्याकरण किसे कहते हैं, आदि के बारे में आपको विस्तृत जानकारी मिल गई होगी उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आई होगी।