दृष्टांत अलंकार Drishtant Alankar In Hindi 

दृष्टांत अलंकार की परिभाषा Drishtant Alankar In Hindi

उपमेय और उपमान वाक्य तथा उनके साधारण धर्म का (धर्म पार्थक्य होते हुए भी) जहाँ बिम्ब-प्रतिविम्ब भाव (भाव-साम्य) हो, यहाँ दृष्टांत अलंकार होता है।

उदाहरण
भरतहि होइ म राज मदु विधि हरिहर पद पाइ।
कबहुं कि कांजी सीकरनि जीरसिन्धु बिनसाइ।।

जपत एक हरिनाम के पातक कोटि बिलाय।

लघु चिनगारी एकते घास ढेर जरि जाय।।

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