चाणक्य नीति की 10 बातें | Chanakya Niti 10 Quotes in Hindi

चाणक्य नीति की 10 बातें चाणक्य नीति एक प्रसिद्ध ग्रंथ है जो भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण रचनाओं में से एक है। इस ग्रंथ में चाणक्य जी ने अनेक उपयोगी और आलोचनीय बातें लिखी हैं। यहां चाणक्य नीति की 10 महत्वपूर्ण बातें हैं

चाणक्य नीति की 10 बातें Chanakya Niti 10 Quotes in Hindi

ज्ञान की बाते सुनना और भूल जाना

प्राणी जब कहीं ज्ञान की बातें सुनता है या फिर किसी को मरते हुए देखता है, तो उसके मन में वैराग उत्पन्न होता है यह वैराग बस थोड़े समय के लिए ही रहता है उस समय मनुष्य की हालत यह होती है कि वह भगवान को याद करते हुए यह कहता है कि यह संसार तो केवल एक माया जाल है इसमें बुरे कर्म नहीं करने चाहिए ।

किन्तु कुछ समय के पश्चात ही जब वह माया जाल में फंस जाता है तो सब कुछ भूल जाता है ।
ऐसा नहीं होना चाहिए, मनुष्य को, जीवन, मृत्यु, ज्ञान को नहीं भूलना चाहिए, जीवन तो एक धूप, छांव का खेल है । इस खेल में वुराई से जितना दूर रहें, उतना ही अच्छा है ।

in English – Whenever a man hears words of wisdom or sees someone dying, disinterest arises in his mind. He thinks that this world is just an illusion, we should not do bad deeds.

But after some time when he gets trapped in the web of Maya, he forgets everything.
It should not happen that man should not forget life, death, knowledge, life is a game of sun and shade. The farther you stay from evil in this game, the better.

चाणक्य नीति की बातें

कुछ लोग, केवल एक ही काम के द्वार से संसार को अपने बस  में कर लेना चाहते हैं, ऐसे लोग जीवन मार्ग से भटके हुए समझे जाते हैं, ऐसे लोगों को भटकने से बचाने के लिए उन्हें यह समझाना चाहिए ।

पांच ज्ञानेन्द्रियां ” आंख, कान, नाक, जुवान, त्वबा, के साथ ही पांच कमेन्द्रियां, हाथ, पांव, मुह, लिंग, गुदा – इन पर संयम रखना चाहिए ।
जिसने, रूप, रस, अभिमान स्पर्श पर विजय पा ली वही महान है, इस कार्य से वह सारे संसार को अपने बस में कर सकता है ।

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चाणक्य नीति की 10 बातें

in English – Some people want to control the world only through lust, such people are considered to have deviated from the path of life, to save such people from going astray, they should be explained this. ,

The five sense organs—eyes, ears, nose, jaw, skin, as well as the five sense organs—hands, feet, mouth, penis, anus—must be restrained.
The one who has conquered form, taste, pride and touch is great, by this act he can control the whole world.

चाणक्य के कड़वे वचन

महान पुरुष के गुण

धर्म के कामो में सबसे आगे रहना ।
मीठे बोल बोलना ।
दीन पुण्य करने का कर्तव्य मसझना ।
ब्राहामों का आदर सत्कार करना ।
नम्रता मनीरता, शुद्ध विचारों का रखना ।
धर आये मेहमान की सेवा, शिव की कामना ।
यह गुण, एक अच्छे महान पुरुष की निशानी होती है

 

in English – Stay ahead in the works of religion.
To speak sweet words
Understanding the duty of doing good deeds.
To respect the brahmins.
Humility, manners, keeping pure thoughts.
Service of the guest who came here, wish of Shiva.
This quality is the mark of a good great man

व्यर्थ जीवन

जो लोग. श्री कृष्ण जी को पूजा नहीं करते ।
राधाकृष्ण के प्रेम का गुणगान नहीं करते ।
श्री कृष्ण जी के चरीत को तीनों कथाये नहीं पढ़ते ।
न काही जाकर. पाठ कीर्तन सुनते है ऐसे वकक्तियों का जीवन बेकार है ।
उनका जीना. नजीना बराबर है ।

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विधाता का लिखा कोई मिटा नहीं सकता

चाणक्य नीति की 10 बातें

उल्लू दिन में नहीं देख सकता. इसमें सूर्य का क्या दोष है?
मादीन के पेड़ पर पत्ते नहीं जाते, न फूल खिलते हैं. इसमें भला वसंत का क्या दोष?
के मुह में वर्षा की बुद नहीं जा सकतो इसमें भला बादलमाया दोष है?
आरे भाई जो कुछ विधाता ने हमारे नसीब में लिख दिया है होके रहेगा. इसे तो दुनिया की कोई बदल नहीं सकता।

 

in English – Owl cannot see in the day. What is the fault of the Sun in this?
Leaves do not fall on the tree of Madin, nor do flowers bloom. What is the fault of spring in this?
A drop of rain can’t enter the mouth, so is it the cloud’s fault?
Hey brother, whatever the creator has written in our destiny, it will happen. No one in the world can change this.

  आचार्य चाणक्य नीति ज्ञान की बातें

चाणक्य नीति की 10 बातें

अच्छे गुण

 भूखे लोगों को खाना खिलाना, ब्राह्मणों को दान देने वाला प्राणी को उसका फल बहुत  अच्छा मिलता है ।

ईश्वर ऐसे लोगों से बहुत नराज रहता है ।

जो प्राणी दान नहीं देता ।

भजन नही करता ।
साधू का सम्मान नहीं करता ।
तीर्थ यात्रा नहीं करता ।

 

in English – One who feeds the hungry, donates food to Brahmins gets very good results.

God is very angry with such people.

The person who does not donate

Does not do hymns.
Does not respect the monk.
does not undertake pilgrimage.

तीर्थ यात्रा, पूजा एवं तीर्थ स्नान से पापो का बोझ कम नहीं होता

. तीर्थ यात्रा, पूजा एवं तीर्थ स्नान यह सब केवल मन की शुद्धि के लिए होते हैं । ”
तीर्थों पर जाकर स्नान करके, आप केवल अपने पापों का प्रायश्चित करते हैं । ऐसी ही धारणा लेकर तीर्थ यात्रा करते है तो
क्या आप समझते हैं ऐसा करने से मनुष्य के पापों का बोझ कम हो जाता है ।
नहीं ।

जिस तरह शराब का पात्र , जला दिए जाने पर भी शुद्ध नहीं माना जाता, वैसे हो तीर्थ स्थानों पर जाकर वहां पर स्नान करने से कभी पाप नहीं धुलते ।

in English – Pilgrimage, worship and pilgrimage bath, all these are only for the purification of the mind. ,
By visiting pilgrimages and taking a bath, you only atone for your sins. If you go on pilgrimage with such a belief, then
Do you think that by doing this the burden of sins of a man gets reduced.
No .

Just as a vessel of wine is not considered pure even if it is burnt, similarly one’s sins are never washed away by going to pilgrimage places and taking a bath there.

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भोजन करते समय प्राणी को सदा मौन रहना चाहिए

  चाणक्य नीति के अनमोल वचन एवम सुविचार

भोजन करते समय, प्राणी को सदा मौन रहना चाहिए ।
मौन रहकर भोजन करना, सेहत के लिए काफी लाभ दायक माना जाता है ।
in English – While eating, one should always remain silent.
Eating silently is considered very beneficial for health.

चाणक्य नीति सुविचार

.हां यदि ऐसा विश्वास हो तो फिर, नवजात शिशु के लिए मां के स्तनों में दूध कमे आता है?

यही सोनकर में उस महान ईश्वर के आगे मुबह, शाम, सोते – जागते बार – बार प्रणाम करते का यही कहता
हे संसार के स्वामी , तुम ने ही मुझे यह जीवन दिया है । अब तुम ही इसकी रक्षा करोगे ।
यह सब कुछ आपका है, आपके होते हुए मुझे किसी चीज की चिता नहीं ।
बस आप ही मुझ पर कृपा करो, मुझे इस संसार की बुराइयो से दुर रखो ।

चाणक्य नीति की 10 बातें

प्राणी को यह चार गुण जन्म से ही उपहार के रूप में मिलती है – दान देने की शक्ति मीठे बोल यह सारे गुण मनुष्य को अपने संस्कारों के साथ ही मिलते हैं ।

यह गुण किसी के कहने से, या किसी बोलने से सीखे नहीं जाते । यह धार्मिक प्रवृत्ति तो कुछ ही विशिष्ट मुनियो को जन्म से पूर्व संस्कारों के कारण ही प्राप्त होती है ।

in English – Man gets these four qualities as a gift from birth itself – the power to donate, sweet words, all these qualities a man gets along with his sanskars.

These qualities are not learned by someone saying, or by someone speaking. Only a few special sages get this religious tendency because of the rituals before birth.

चाणक्य नीति की 10 बातें चाणक्य नीति से संकलित चाणक्य नीति की 10 बातें आपको कैसी लगी हमे कमेंट में जरूर बताये।

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